पत्नी तलाक़ क्यों चाहती है
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पत्नी तलाक़ क्यों चाहती है |
तलाक़ किसी भी शादी -शुदा व्यक्ति के लिए एक मुसीबत है। तो किसी ने इसको अपनी जरुरत बना लिया है। तलाक़ शब्द की परिभाषा से सब परिचित है। जब दो शादी -शुदा स्त्री -पुरुष अपने रिश्ते को तोड़ कर अलग जीवन जीने का फैसला करता है। उसी को तलाक़ कहते है। यू तो तलाक़ को बड़े -बड़े विज्ञो ने परिभाषित किया है। परन्तु यहाँ तलाक़ की उस पहलु के बारे में समझने का प्रयास करेंगे। जिसमे पत्निया तलाक़ की पहल करती है।
तलाक़ से कई सारे परिवार पूरी तरह से विखर जाता है। और इसका सबसे ज्यादा असर उनके बच्चो पर पड़ता है। क्योकि तलाक़ लेने बाले व्यक्ति को तलाक़ लेने के अवधि में केवल अपना स्वार्थ दिखता है। भारत में तलाक़ प्रथा की शुरुआत का सबसे ज्यादा अवधान मुश्लिम समाज को जाता है। और इसको बढ़ावा फिल्म इंडस्ट्री ने भी दिया है।
तलाक़ के कारण
वैसे तो तलाक़ के बहुत सारे कारण है। परन्तु यहाँ केबल उस पहलु पर विचार करेंगे। जिसके कारण पत्निया तलाक़ लेने की बात करती है और तलाक़ लेती है। आप और हम जब किसी विखरते विवाह सम्बन्ध को देखते है। तो एक बात यह समझ में आता है कि रिश्ता निभाने में महिलाये भी आज रूचि नहीं लेटी है। इसके कई कारण हो सकते है।
सुबिधाओ की कमी: जब कोई लड़की शादी करके अपने ससुराल में पहुँचती है तो वह बहुत साडी सुबिधाये चाहती है। जैसे -खाना- पीना, रहना, कपड़े लत्ते आदि। जब उन्हें यह सब नियमित रूप से नहीं मिल पाती है तो उनका मन ससुराल से और उनके पति से विमुख होना सुरु हो जाता है।
आजादी :- यह देखा गया है कि महिलाओ को उनके ससुराल में जैसे -खाना- पीना, रहना, कपड़े लत्ते आदि तो मिल रहा है। पर उन्हें बोलने - घूमने का जब आभाव साबित होने लगे तो वह तलाक़ के बारे में सोचने लगती है।
प्रेम प्रसंग - महिलाओ के तलाक़ का एक मुख्य कारण यह भी है कि जब उनके शादी से पूर्व किसी से प्रेम प्रसंग रहता है। तो शादी के बाद ससुराल में कितने ही सुबिधाए हो उनका मन बहा नहीं लगा है। और किसी न किसी बजह से परिवार में कलह कलेश पैदा करके वह तलक ले लेती है।
यातनाए :- किसी भी देश में महिलाओ की तलाक़ की सबसे बजह पति और ससुराल की यातनाए है। पर आज इसके लिए बहुत सारे कानून बना हुआ है। जिस कारण महिलाओ पर यातनाओ में कमी आयी है।
तलाक़ के कारण पर चिंतन
प्यारे साथिओ प्रत्येक व्यक्ति का विवाह सम्बन्ध मधुर हो इसके लिए विकल्प है कि पुरुष सावधान और समाधान निति का पालन करे। अर्थात सावधानी यह बरतने की आवश्यकता कि उनकी पत्नी किसी गलत संगत में न पड़े और समाधान यह है कि उनकी जरुआतो का ख्याल रखे। महिलाओ को आवश्यकता है कि वह भी रिश्तो की गरिमा को बनाये रखने की कोशिश करे और कुछ सुबिधाओ का त्याग करे। क्योकि विखरते परिवार का मजबूत डोर महिलाओ के हाथ में होता है।
Nice
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