मातृ सम्मान
(1)
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BHARAT MATA |
सुनाया था जो बचपन में,
भारतीय वीरो के किससे,
उनका अधूरा काम करूँगा,
माँ मै तेरी लाज रखूंगा।
(2)
दिया तुमने जो संस्कार की शिक्षा,
इसका सदैव स्मरण रखूँगा,
दिया तुमने जो मुझे प्यार बाटूंगा,
माँ मै तेरी लाज रखूँगा।
(३)
लेकर तुमसे ज्ञान की पूंजी,
मानव जाति का कल्याण करूँगा,
सिखके तुमसे मधुर वाणी ,
सारे जहाँ को साथ जोड़ूंगा ,
माँ मै तेरी लाज रखूँगा।
(४ )
लेकर विजय पताका इतना तेज चलूँगा,
देखके मुझसे मातृत्व की लौ को ,
छोड़ हथियार मानवता की शत्रु ,भागखड़ा वो जायेगा ,
माँ मै तेरी लाज रखूँगा।
रचनाकार आपका अपना - श्री प्रभाष कुमार सरदार
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